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Tulsi Vivah 2024: इस दिशा में लगाएं तुलसी का पौधा, घर में मां लक्ष्मी का होगा वास

कार्तिक माह की शुक्ल पक्ष द्वादशी तिथि को तुलसी विवाह (Tulsi Vivah 2024) का आयोजन किया जाता है। यह पर्व विशेष रूप से हिन्दू धर्म में महत्वपूर्ण माना जाता है, क्योंकि इसे एक धार्मिक और सांस्कृतिक परंपरा के रूप में मनाया जाता है। इस दिन तुलसी के पौधे की पूजा की जाती है, और इसे भगवान श्री विष्णु और देवी लक्ष्मी के साथ जोड़ा जाता है। धार्मिक मान्यता है कि तुलसी विवाह के दिन तुलसी की पूजा करने से जीवन में सुख-समृद्धि, स्वास्थ्य, और आर्थिक समृद्धि आती है। साथ ही इस दिन तुलसी का पौधा घर में लगाने से घर में सुख-शांति का वास होता है और घर के सभी सदस्य खुशहाल रहते हैं।

तुलसी विवाह की तिथि और महत्व

पंचांग के अनुसार, Tulsi Vivah 2024 13 नवंबर को मनाया जाएगा। इस दिन को विशेष रूप से घरों और मंदिरों में तुलसी विवाह के रूप में मनाया जाता है, जिसमें तुलसी के पौधे की पूजा की जाती है। इस दिन लोग घर में तुलसी का पौधा भी लगाते हैं, क्योंकि इसे घर के वातावरण को शुद्ध करने और सकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करने के लिए बेहद शुभ माना जाता है। इसके अलावा, घर में तुलसी का पौधा लगाने से लक्ष्मी माता का वास माना जाता है, जिससे घर में धन और समृद्धि के योग बनते हैं।

तुलसी का पौधा कहाँ लगाना चाहिए?

वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर में तुलसी का पौधा लगाने के लिए सबसे उत्तम दिशा उत्तर-पूर्व (उत्तर-पूर्व दिशा) या उत्तर दिशा मानी जाती है। इन दिशाओं में तुलसी का पौधा लगाने से घर में सुख-शांति बनी रहती है और परिवार के सदस्यों के बीच मनमुटाव की समस्याएँ समाप्त हो जाती हैं। साथ ही, इन दिशाओं में तुलसी का पौधा लगाने से सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और घर में लक्ष्मी माता का वास होता है, जिससे धन की वृद्धि होती है।

वहीं, वास्तु शास्त्र के अनुसार, तुलसी का पौधा दक्षिण दिशा में नहीं लगाना चाहिए। दक्षिण दिशा में तुलसी का पौधा लगाने से घर में वास्तु दोष उत्पन्न हो सकता है और यह आर्थिक तंगी का कारण बन सकता है।

तुलसी के पौधे से जुड़ी विशेष बातें

तुलसी के पौधे को स्थापित करते समय कुछ खास बातों का ध्यान रखना चाहिए ताकि घर में समृद्धि बनी रहे और वास्तु दोष न उत्पन्न हो:

साफ-सफाई का ध्यान रखें: तुलसी के पौधे के आसपास की जगह को हमेशा स्वच्छ रखें। गंदगी और अव्यवस्था तुलसी के पौधे की पूजा में विघ्न डाल सकती है और लक्ष्मी माता नाराज हो सकती हैं।

जूठे बर्तन न रखें: तुलसी के पौधे के पास कभी भी जूठे बर्तन न रखें, क्योंकि इससे घर में वास्तु दोष उत्पन्न हो सकता है।

एकादशी और रविवार के दिन ध्यान रखें: एकादशी तिथि और रविवार के दिन तुलसी के पत्ते न तोड़ें, क्योंकि एकादशी तिथि पर मां लक्ष्मी का व्रत होता है। तुलसी के पत्ते तोड़ने से उनका व्रत भंग हो सकता है, जो जीवन में विघ्न ला सकता है।

सूर्यास्त के बाद तुलसी को न छुएं: सूर्यास्त के बाद तुलसी के पौधे को छूने से भी दोष लगता है। इसे केवल सूर्योदय के समय या दिन में छूने की सलाह दी जाती है।
तुलसी के मंत्र

तुलसी पूजा के दौरान कुछ खास मंत्रों का जाप किया जाता है, जो पुण्य प्रदान करते हैं और जीवन में खुशहाली लाते हैं। एक प्रमुख मंत्र है:

महाप्रसाद जननी सर्व सौभाग्यवर्धिनी, आधि व्याधि हरा नित्यं तुलसी त्वं नमोस्तुते।।

इसके अलावा, तुलसी के और भी मंत्र हैं जो मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्त करने के लिए उपयोगी माने जाते हैं:

तुलसी श्रीर्महालक्ष्मीर्विद्याविद्या यशस्विनी।
धर्म्या धर्मानना देवी देवीदेवमन: प्रिया।।
लभते सुतरां भक्तिमन्ते विष्णुपदं लभेत्।
तुलसी भूर्महालक्ष्मी: पद्मिनी श्रीर्हरप्रिया।।

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Sai Prakash

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